धन्यवाद करें....
घर को ज़माने से बचाए रखते हैं जो !
अपने बच्चों कि हर ख्वाहिश ,
हर कीमत पर ,पूरी करने की कोशिश करते हैं जो ;
आओ, आज उनके साथ, दो पल तो बिताएं !
उन्हें, हम गले लगाकर, धन्यवाद करें ।
जिनसे, अक्सर बातें छुपाते हैं हम ;
जिनके डर से, भागते हुए घर लौट आते हैं हम ;
उन्हें, प्यार से, शुक्रिया हम करें ।
उनके, बेशुमार प्यार के खातिर ,
उनके, किए कई बलिदानों के खातिर ;
आओ, उन्हें हम धन्यवाद करें ।
उन्हें, हम धन्यवाद करें ।।
©FreelancerPoet
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We often express our love and gratitude to other members of the family but are unable to do the same with our father , sometimes for various reasons . So come , let us take a few minutes out today and express our love and gratitude towards our father .